भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान, चांपा (छ.ग.)
स्थापना-

भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान चांपा की स्थापना माह जुलाई 2006-07 में छत्तीसगढ़ शासन ग्रामोद्योग विभाग (हाथकरघा प्रभाग) के पत्र क्र. 31 दिनांक 05/11/2005 को पुराने शासकीय महाविद्यालय हनुमान धारा रोड के पास स्थापित किया गया। यह संस्थान भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय एवं अखिल भारतीय तकनिकी शिक्षा परिपद (AICTE) से स्वीकृति प्राप्त कर तीन वर्षीय डिप्लोमा इन
हैण्डलूम टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2006-07 से प्रारंभ किया गया है। एवं वर्तमान सत्र 2023-24 मैं बीटेक इन हैंडलूम एंड टैक्सटाइल टेक्नोलॉजी का पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया है l यह देश का सातवां एवं छत्तीसगढ़ का एकमात्र हथकरघा एवं वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्थान है l

भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान वाराणसी (उत्तरप्रदेश), सेलम (तमिलनाड़ू), गोवाहाटी (असम), जोधपुर (राजस्थान), बरगढ़ (उड़ीसा) एवं शान्तिपुर (पश्चिम बंगाल) भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय द्वारा संचालित है। इसके अतिरिक्त भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान वेंकटगिरी (आन्थ्रप्रदेश), गढ़क (कर्नाटक) एवं कन्नूर (केरल) संबंधित राज्य शासन द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान चांपा छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा संचालित संस्थान है|

उद्देश्य: छत्तीसगढ राज्य के जांजगीर चांपा, बस्तर, राजनांदगांव, धमतरी, कोरबा एवं अन्य जिले के  बुनकर जिनका पारंपरिक कार्य बुनकरी करना है। जांजगीर चांपा जिले का चांपा बुनकर बाहुल्य क्षेत्र है जो अपने पंरपरागत कार्य में संलग्न रहते हैं। राज्य के बुनकरों को नई डिजाईन, नई तकनीक उपलब्ध हो इस उद्देश्य से भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना चांपा में की गयी | हाथकरघा एवं टेक्सटाईल उद्योग क्षेत्र को तकनिकी प्रशिक्षित व्यक्तियों की मांग इस संस्थान के माध्यम से पूर्ति किया जा रहा है।